उत्तर प्रदेश के दूसरे और गोवा तथा उत्तराखंड में आज एक ही चरण में मतदान कराया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में 55 विधानसभा सीटों के लिए 586, जबकि गोवा की 40 सीटों के लिए 301 और उत्तराखंड में 70 सीटों के लिए 632 उम्मीदवार मैदान में हैं।
इस बीच, उत्तर प्रदेश के तीसरे चरण और पंजाब में एक ही चरण में होने वाले विधानसभा चुनाव का प्रचार जोरों पर है। घर-घर जाकर जनसंपर्क कार्यक्रम के माध्यम से प्रचार किया जा रहा है। उत्तर प्रदेश में पांच चरणों के उम्मीदवारों के नाम तय होने के बाद स्टार प्रचारक और विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रमुख नेता जन रैलियों में जुटे हैं। वर्चुअल तरीके से मतदाताओं को लुभाने का सिलसिला भी जारी है। उधर, मणिपुर में भी चुनावी गतिविधियां तेज हो रही हैं।
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण और मणिपुर में पहले चरण के मतदान में बहुकोणीय मुकाबला होने की स्थिति बन गई है। उत्तर प्रदेश में 61 विधानसभा सीटों के लिए कुल 692 उम्मीदवार मैदान में हैं। प्रतापपुर सीट के लिए अधिकतम 25, जबकि मिल्कीपुर, पयागपुर, बाराबंकी, जैदपुर, हैदरगढ़, सदर और कादीपुर सीट सहित सात सीटों के लिए न्यूनतम सात उम्मीदवार मैदान में हैं।
मणिपुर में 38 सीटों के लिए 15 महिलाओं सहित 173 उम्मीदवार मैदान में हैं। सेकमई, सैकोट और सैकुल सहित तीन सीटों के लिए सबसे ज्यादा आठ उम्मीदवार मैदान में हैं। हींगांग, नंबोल और थंगा सहित तीन निर्वाचन क्षेत्रों में भाजपा और कांग्रेस के उम्मीदवारों के बीच सीधा मुकाबला है।
उत्तर प्रदेश के छठे तथा मणिपुर में दूसरे और अंतिम चरण के लिए नामांकन पत्र शुक्रवार तक भरे गए। उत्तर प्रदेश में कुल 849, जबकि मणिपुर में 96 पर्चे दाखिल किए गए। नामांकन पत्रों की जांच आज की जा रही है। बुधवार तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में सातवें और अंतिम चरण के विधानसभा चुनाव के लिए पर्चे भरे जा रहे हैं। 17 तारीख तक नामांकन दाखिल किए जा सकते हैं। 18 फरवरी को पर्चों की जांच होगी। 21 फरवरी तक नाम वापस लिए जा सकते हैं।
उत्तर प्रदेश में तीसरे चरण का मतदान 20 फरवरी को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 15 सीटों सहित 16 जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में होगा। इसके साथ ही 117 सीटों वाली पंजाब विधानसभा के लिए भी एक ही चरण में चुनाव कराया जाएगा।
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण का मतदान 23 फरवरी को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 16 सीटों सहित नौ जिलों के 59 विधानसभा क्षेत्रों में होगा।
उत्तर प्रदेश में पांचवें चरण का मतदान 27 फरवरी को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित नौ सीटों सहित 12 जिलों के 61 विधानसभा क्षेत्रों में होगा।
मणिपुर में विधानसभा चुनाव के पहले चरण में छह जिलों की अड़तीस सीटों पर 28 फरवरी को मतदान होगा, जिसमें से एक सीट अनुसूचित जाति के लिए और आठ सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं।
उत्तर प्रदेश में छठे चरण का मतदान 3 मार्च को अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित 11 सीटों सहित 10 जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में होगा।
मणिपुर विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में दस जिलों की 22 सीटों पर 5 मार्च को मतदान होगा, इनमें 11 सीटें अनुसूचित जनजातियों के लिए सुरक्षित हैं।
उत्तर प्रदेश में सातवें चरण का मतदान अगले महीने की 7 तारीख को नौ जिलों के 54 विधानसभा क्षेत्रों में होगा, इनमें 11 सीटें अनुसूचित जाति के लिए और दो अनुसूचित जनजाति के लिए सुरक्षित हैं।
उत्तर प्रदेश में चौथे चरण के चुनाव में बहुकोणिय मुकाबला नजर आ रहा है। 59 विधानसभा सीटों के लिए कुल 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। सवाजपुर के लिए अधिकतम 15 उम्मीदवार मैदान में हैं, जबकि पलिया और सेवाता में नयूनतम छह उम्मीदवार मैदान में हैं। इस चरण का मतदान 23 फरवरी को कराया जाएगा।
तीसरे चरण में 59 सीटों के लिए 627 उम्मीदवार मैदान में हैं। एटा, महरोनी और महोबा सहित तीन सीटों के लिए अधिकतम 15, जबकि करहल सीट के लिए न्यूनतम तीन उम्मीदवार मैदान में हैं।
Post a Comment
Note: Only a member of this blog may post a comment.